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Sunday, July 26, 2009

कालाधन राजनीति और भाजपा

विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने की बीजेपी की कोशिशों और उस पर इतना हल्ला गुल्ला करने के कारण लालकृष्ण आडवाणी पर सरकार की ओर से प्रतिक्रिया आई है जो चौंकाने वाली है। गृहमंत्री पी.चिदंबरम ने कहा है कि श्री आडवाणी को मालूम है कि केंद्र सरकार पिछले कुछ वर्षों से स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के कालेधन को वापस लाने की कोशिश कर रही है। ऐसी हालत में बीजेपी नेता का इस मामले पर इतना हल्ला गुल्ला मचाना समझ में नहीं आता पी.चिदंबरम पहले वित्तमंत्री रह चुके हैं और इस मामले पर उनके बयान पर भरोसा किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि श्री आडवाणी इस मामले में बार-बार बयान देकर कुछ और लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं। ऐसा लगता है कि वे उन लोगों को सावधान करना चाहते हैं जिनका पैसा स्विस बैंकों में जमा है। चिदंबरम ने कहा कि विदेशों से कालधन वापस लाने की दिशा में सरकार काफी हद तक सफलता हासिल कर चुकी है। चोरी से जमा किए गए धन को वापस लाने की कोशिश गुप्त तरीके से की जानी चाहिए। गृहमंत्री को शक है कि इतने शोर गुल के बाद वे लोग अपना पैसा कहीं और व्यवस्थित कर देंगे। गृहमंत्री के खुलासे के बाद इस बात पर नए सिरे से विचार होना चाहिए। जहां तक बीजेपी और उनके नेताओं की बात है, उसमें भष्ट लोगों की खासी बड़ी संख्या है।

बीजेपी की जब केंद्र में सरकार थी, उस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिश्वत लेते पूरी दुनिया ने टेलीविजन के पर्दे पर देखा था। जानकार बताते है कि उस वक्त के सत्ता पक्ष के कुछ लोगों की रिश्वत खोरी की जानकारी सबको थी और वह पैसा नंबर दो का था तो देश के बैंकों में तो जमा नहीं होगा लिहाजा वह भी किसी ऐसे मुल्क में जमा होगा। जहां कालेधन की इज्जत होगी। गृहमंत्री ने जो बात कही है उससे शक हो रहा है कि प्रधानमंत्री पद के भाजपाई दावेदार उन अपने सभी राजनीतिक और उघोगपति साथियों को बता देना चाहते हैं कि भाइयों सावधान सरकार कालेधन पर हमला बोलने वाली है।

क्योंकि एक बात तो पक्की है कि बीजेपी को मालूम है कि 16 मई के दिन उनके हाथ निराशा ही लगने वाली है और आडवाणी किसी कीमत पर प्रधानमंत्री नहीं बन सकते। ऐसी हालत में अभी से अपने साथियों को चौकन्ना करके बीजेपी नेतृत्व उन लोगों के उपचार का जवाब दे रहा है जो उनको समय-समय पर मदद करते रहते है। बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के कार्यकाल में रक्षा सौदों में भी बड़ी दलाली के मामले का पर्दाफाश हुआ था जब तत्कालीन रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नांडीस के घर में रक्षा सौदों की दलाली की कई परतें खुली थी और उसका भी झांडा टीवी स्क्रीन पर ही फूटा था रक्षा सौदों की दलाली का पैसा भी स्विस बैकों में ही जमा होता है। यानी काले धन को विदेशों में जमा करने वालों के लिए आडवाणी का हल्ला गुल्ला एक तोहफे से कम नहीं है।