Thursday, July 1, 2010

वापस आ गया हूँ

मैं मुंबई,वाराणसी,सुल्तानपुर और लखनऊ होते हुए वापस आ गया हूँ . इसे "लौट के बुद्धू घर को आये" या "पुनर्मूसिको भव" की तर्ज पर समझा जा सकता है .

2 comments:

  1. पुनर्वापसी पर स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं!!

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